Skip to main content
सात रंगों की परी......... @@@@सात रंगों की परी हूं मैं ।@@@@ @@@@थोड़ी चंचल थोड़ी नादान।।@@@@ @@@@आंखे मेरी हिरनी जैसी।@@@@ @@@@ दो पंखे मेरे सपने के ।।@@@@ @@@@इधर से जाती उधर से आती।@@@ @@@सात रंगों के सपने मेरे।।@@@ @@@ चांद - सितारे मेरी दुनियां।@@@ @@@ पंख पसार खेलूं इनसे।।@@@ @@@जहां भी जाती सात रंगों में।@@@ @@@@सात रंगों की परी हुं मैं।।@@@ @@@बांसुरी की सुर हूं मैं ।@@@@ @@@@ प्रकृति की धुन हूं मैं।।@@@@ @@@@नदी की जैसी चंचल हूं मैं।@@@ @@@@सात रंगों की परी हूं मैं।।@@@@ @@@@पंख से अपनी बाते करती।@@@@ @@@अपने सपने खुद बनाती ।।@@@ @@@@ चांद सितारे साथी मेरे।।@@@@ @@@@प्रकृति की परी हूं मैं।@@@@ @@@@ सात रंगो को परी हूं मैं।।@@@@
Popular posts from this blog
Comments
Post a Comment